Invisible Forces | अदृश्य शक्तियाँ - कार अजमेर से जयपुर बिना नट बोल्ट आ गई | Harshvardhan Jain
Description
Invisible forces come to make you stronger than ever forever. If you practice hard, you will get unbelievable results. Philosophical angle of life drives you towards untouched dimensions of human needs as scientific research.
संकेतों का विज्ञान घटनाओं को घटने से पहले संकेतों के रूप में संदेश देती है। विद्वान और अनुभवी लोग भविष्य होने से पहले संकेतों के माध्यम से अनुमान लगा लेते हैं।अधिकतर लोग सफलता की लकीरों को खींचने में असमर्थ रहते हैं क्योंकि वे अपने कर्म प्रधान चरित्र से अदृश्य शक्तियों को आकर्षित करने में असमर्थ रहते हैं। कहते हैं बूंद बूंद से घड़ा भरता है, पाप का घड़ा एक दिन जरूर भरता है, उसी प्रकार पुण्य का घड़ा भी एक दिन जरूर भरता है और आपके प्रयासों की पुनरावृत्ति एक दिन सफलता रूपी परिणाम में जरूर बदलती है। जब आप किसी काम को श्रद्धा पूर्वक करते हैं, तब आपकी श्रद्धाशक्ति आपकी निपुणता रूपी सामर्थ्य को आकर्षित करती है। जब सामर्थ्यवान लोगों के बीच प्रतियोगिता होती है, तब अदृष्य शक्तियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जीत उसी को मिलती है, जिसका सामर्थ्य अलौकिक रूप से शानदार प्रदर्शन करता है, जिसे हम भाग्यांश कहते हैं।
अदृश्य शक्तियों का आभास व्यक्ति को संकेतों के माध्यम से मिल जाता है। बार-बार मिल रही असफलता अचंभित करने वाले भविष्य का संकेत है कि या फिर आप अभी तक उस सफलता के लिए अयोग्य हैं या आपकी सफलता ब्रह्मांड की सर्वोत्तम सफलताओं में से एक होगी, जिसकी तैयारी करने में समय लग रहा है। जो व्यक्ति घनघोर निराशा के दौर में भी आशा की डोर पकड़े रखता है, उसकी सफलता आशाओं के महासागर से भी विशालकाय होती है। प्रत्येक व्यक्ति दोहरा जीवन जीता है, एक जीवन सामान्य ही रहता है और दूसरा कल्पना से परेय आसाधारण व्यक्तित्व होता है। अधिकतर लोग सामान्य जीवन ही जीते रहते हैं क्योंकि वे अपने असाधारण व्यक्तित्व को जगाने में असमर्थ रहते हैं। असाधारण व्यक्तित्व के लिए त्याग और घनघोर तपस्या रूपी संघर्ष के ज्वालामुखी से गुजरना पड़ता है। यह संघर्ष असहनीय होता है और मृत्युसम कष्ट देता है।
वेद, पुराण, उपनिषद, दर्शनशास्त्र, प्राचीन और वर्तमान मनोविज्ञान के गहन अध्ययन से संकेतों का महाविज्ञान जन्म लेता है। व्यक्ति के स्वभाव के अनुसार अदृश्य शक्तियां साथ साथ चलती हैं। जब व्यक्ति सही और गलत के बीच का अंतर समझ जाता है और सही को ही अपने चरित्र का हिस्सा बना लेता है, तब उसके चारों तरफ अदृश्य शक्तियों का घेरा सुरक्षा करता है। जब आपका चरित्र कर्तव्यवादी हो जाता है, तब आपका सामर्थ्य सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है क्योंकि सामर्थ्य सहयोग और समर्थन से शाक्तिशाली और प्रभावशाली बनता है। अदृश्य शक्तियों का सहयोग और समर्थन आपके सामर्थ्य को विश्वविजयी बनने में मदद करता है। अपने मस्तिष्क को प्रतिदिन प्रतिस्पर्धा के लिए प्रेरित करने का प्रयास करें। जब आप की प्रेरणा असंभव को जीतने का अभ्यास करती है, आपकी कार्यक्षमता दुनिया हिला देती है।




